प्रणाम योग प्रेमियों
क्या आप जानते हैं कि योग में पढ़ने वालों को नौकरी नहीं मिल रही और सरकारें कहती हैं कि जब तक कमेटी नहीं बनेगी तब तक नौकरी संभव न थी न है और न होगी।
तो आएं आपको सुनाते है एक ऑडियो क्लिप जो पूर्व में सेवा में आई योग शिक्षिका हैं और यह केंद्रीय विद्यालय में शिक्षिका के पद पर नियुक हैं। किन्हीं कारणों से उनका नाम वं जानकारी सांझी नहीं की जा सकती परन्तु उन्होंने बताया कि
क्या आप जानते हैं कि योग में पढ़ने वालों को नौकरी नहीं मिल रही और सरकारें कहती हैं कि जब तक कमेटी नहीं बनेगी तब तक नौकरी संभव न थी न है और न होगी।
तो आएं आपको सुनाते है एक ऑडियो क्लिप जो पूर्व में सेवा में आई योग शिक्षिका हैं और यह केंद्रीय विद्यालय में शिक्षिका के पद पर नियुक हैं। किन्हीं कारणों से उनका नाम वं जानकारी सांझी नहीं की जा सकती परन्तु उन्होंने बताया कि
- १९८२ में वह योग शिक्षिका नियुक्त हुई थीं
- १९८२ के पश्चात् केंद्रीय विस्ध्यालयों में कोई स्थाई नियुक्ति नहीं की गई
- कुछ वर्ष पहले कुछ नौकरियों के लिए इंटरव्यू ली गई थी परन्तु सरकार के बदलाव के कारण वो नियुक्ति नहीं हुई
- तब नियुक्ति के लिए सर्टिफिकेट कोर्स करवा कर रखा गया था
- और शैक्षिक योग्यता तब १०वीं भी रख लेते थे और इन्होने स्नातक सम्पन्न करने के पश्चात नौकरी की
- कुछ २५० के पास लोग रह गए हैं और उनमेसे भी बहुत जल्दी ही रिटायर होने वाले हैं
- शिक्षिका ने बताया की उनकी रिटायरमेंट के पश्चात केवल ५-१० योग टीचर ही रह जायेंगे।
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